इस तरीके से बनाएं भरवां करेला रेसिपी
करेले का नाम सुनते ही ज्यादातर लोगों के मुंह में पानी आ जाता है लेकिन आपको बता दें कि डॉक्टरों के अनुसार करेला खाना सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। यह मधुमेह रोगियों के लिए भी बहुत उपयोगी है। ऐसे में अगर करेले को देखकर आपकी नाक पर झुर्रियां पड़ गई हैं तो इसे अभी से खाना शुरू कर दें। करेले को आप लंच या डिनर में बना सकते हैं। इसका कड़वापन कम करने के लिए हमने जो रेसिपी बताई है उससे आप इसे बना सकते हैं। हो सकता है उसके बाद यह आपकी पसंदीदा डिश बन जाए।
भरवा करेला बनाने के लिए सामग्री:-5-6 करेला4 बारीक कटी हरी मिर्च1 चम्मच जीराच3 चम्मच अमचूर पाउडर1 चम्मच हल्दी पाउडरस्वादानुसार नमकतेल1 बारीक कटा हुआ प्याज1 बारीक कटा हुआ टमाटर1 चम्मच चाट मसाला2 चम्मच सौंफ पाउडरआधा चम्मच धनिया पाउडर2 चम्मच अचार का तेल और मसाला
भरवा करेला बनाने का तरीका:-करेले बनाने के लिए सबसे पहले करेले को अच्छी तरह से धो कर छील लें। छील मत करो। अब करेले को आधा काट लें। बीज निकाल लें। अगर बीज नरम हैं, तो आप चाहें तो उन्हें न निकालें, उन पर अपनी नाक छिड़कें और एक तरफ रख दें। अब करेले का मसाला बनाने के लिए एक पैन लें और उसमें तेल डालकर गरम करें। एक चुटकी हींग, जीरा, हरी मिर्च भून लें। अब प्याज को भूल जाओ। टमाटर डालकर पकाएं।
अब हल्दी पावडर, लाल मिर्च पावडर, सौंफ और धनिया पावडर डालें और मिलाएँ। साथ ही चाट मसाला और अमचूर पाउडर भी मिला लें। मसालेदार तेल डालें। - जब मसाला पक जाए तो इसमें करेले भरकर धागे की सहायता से सील कर दें। - अब एक कड़ाही में तेल गर्म करें और उसमें करेले को पकाने के लिए डाल दें। ढककर पकाएं, बीच-बीच में हिलाते रहें। जब करेले अच्छे से पक जाए तो इसे रोटी या पराठे के साथ सर्व करें। आप चाहें तो ऊपर से थोड़ा सा करेले का मसाला भी डाल सकते हैं।
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लौकी/घिया को लौकी या ओपो स्क्वैश के नाम से भी जाना जाता है, इसका उपयोग तली हुई पकौड़ी बनाने के लिए किया जाता है और फिर इसे एक तीखी टमाटर आधारित ग्रेवी में मिलाया जाता है। पूरी करी हल्की मसालेदार होती है और टमाटर के कारण इसका स्वाद अच्छा और हल्का तीखा होता है। करी के साथ कोफ्ते वास्तव में बहुत स्वादिष्ट होते हैं।
वैसे भी चाय को भारत का राष्ट्रीय पेय माना जाता है। पिछले कुछ समय से तरह-तरह की चाय का चलन भी तेजी से बढ़ा है। ज्यादातर भारतीय घरों में सर्दियों की सुबह की शुरुआत कड़क चाय से होती है। वहीं सर्दियों के मौसम में चाय पीने के कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं। हालांकि, इस समय के आसपास कश्मीरी खावा की मांग भी काफी बढ़ गई है। स्वाद से भरपूर इस कश्मीरी कवाए के कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं।
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